Pankaj Udas Death: अपनी जादुई आवाज से लाखों लोगों के दिलों में घर बसाने वाले पंकज उदास की ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। पीटीआई ने इस बारे में यह जानकारी दी है। दिल को छू लेने वाली गजल हो, या फिर मधुर से गीत हो, उन्होंने हर तरह के गानों को सफलता की ऊंचाई पर लेकर रखा था। इसमें कोई संदेह नहीं है कि पंकज उदास जी द्वारा गया हुआ चिट्ठी आई है यह गाना हमेशा उनके फैंस के और हमारे मन में रहेगा। इस गाने के साथ-साथ चांदी जैसा रंग हो तेरा या सोने जैसे बाल यह गाना भी लोगों को खास भाया था।
पंकज जी के निधन से उनके फैंस के बीच में काफी उदासीनता फैल गई है। इस घटना की जानकारी उनकी बेटी नायाब उदास इन्होंने दी है। उनके ऐसे जाने से संगीत विश्व में एक तरह की कभी भी भर के ना आने वाली दरार गिर गई है। पंकज उदासी मुंबई में ब्रिज कैंडी इस अस्पताल में एडमिट थे पिछले कई दिनों से वह बीमारी से जूझ रहे थे लेकिन आखिरकार उनकी यह जून असफल रहे आने वाले मंगलवार को उनके अंतिम संस्कार होंगे।
पंकज उदास जी ने अपने करियर की शुरुआत बचपन से ही की थी। अपने उम्र के छठवें साल से ही उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की। गाने के संस्कार उनको उनके घर से ही मिल गए थे। इनके ऐसे जाने से कई सेलिब्रिटीज ने इस पर दुख जताया है। इनका जन्म 17 में 1951 में गुजरात में हुआ था एक ऐसा दौर था कि उसे समय हर तरफ पंकज जी के ही गाने सुनाई देते थे। 1980 से 1990 की 10 साल तक वह एक लोकप्रिय गजल का एक साबित हुए थे। सिर्फ भारत में ही नहीं तो भारत के बाहर भी उनका बहुत बड़ा चाहने वाला वर्ग है। अपने सुमधुर से अवश्य उन्होंने फैंस के दिल जीत लिए थे। उनके निधन की वार्ता सुनकर काफी सेलिब्रिटीज ने और उनके फैंस ने सोशल मीडिया पर उनके चिट्ठी आई है यह गाना शेयर कर, उसके वीडियो शेयर कर कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की है।

अपनी उम्र के 72वें साल में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। उन्होंने गए वाले कुछ गजल या गाने जिन्होंने लोगों का दिल जीत लिया था। जैसे की बाजीगर फिल्म में का छुपाना भी नहीं आता हो या फिर मोहब्बत का सफर है, मोहरा फिल्म का ना कजरे की धार, आंखों की काजल से, खुदा करे मोहब्बत में, तेरी आंखें मेरी मंजिल, आदमी खिलौना है ऐसी बहुत सारी गजलें या गाने है जो आज भी सुनने के बाद एक सुकून सा हम महसूस करते हैं।